लोकतंत्र का बदलता स्वरूप

लोकतंत्र का बदलता स्वरूप

देश में एक अलग प्रकार की भ्रांति फैलायी जा रही है कि मौजुदा सरकार राष्ट्रवादी है लोकतंत्रवादी है विकासवादी है जबकी मेरा दावा है की आज भा ज पा में एक भी ऐसा नेता नहीं है जिसे ये पता हो की राष्ट्रवाद होता क्या है ? ये शब्द पहली बार आया कहॉ से ? भिड़तंत्र को लोकतंत्र बनाने का कुप्रचार किया जा रहा है लोकतंत्र के नाम पर देश के तंत्र को भिड़तंत्र / अधिनायकवाद में बदला जा रहा है विकास के नाम पर देश की जनता को गुमराह किया जा रहा है सरकार की सभी विकासवादी नीतियॉ देश के कुछ चुनिंदा परिवारों के लिए बनाई जा रहीं है और उनका विकास किया जा रहा है और उसे देश के विकास का नाम दिया जा रहा है ।
इतिहास के नाम पर इतिहास को बदल कर जनता को गुमराह किया जा रहा है और संप्रादायिकता फैलाई जा रही है । एक तरफ अपनेआप को आतंक विरोधी बताया जा रहा है वही दुसरी तरफ आतंक के समर्थन करने वालो के साथ मिलकर सरकार बनाई जाती है । अपनेआप को पाक विरोधी बता कर पाक मे ही शाही भोजन किया जाता है । अपने आप को सेना समर्थित बता कर उसी सेना को सीजफ़ायर से बाँध दिया जाता है ।
इस समय देश में कुचक्रों का ऐसा दौर चल रहा है की अपने सभी कुकर्मो को गोदी मीडिया के सहारे छुपाया जा है । भारत एक विभिन्न विचारधाराओं का देश है यहॉ कि जनता सरकार की कुनीतियों को तब भी नही समझी जब भारत पर अरबों का आक्रमण हुआ तब भी नही समझी जब मुगल आए तब भी नही समझी जब अंग्रेज आए और अब भी नही समझती जब संवेदना विहीन भारतीय आए जिनके पास देश के लिए कोई संवेदना है ही नही ।
देश के युवा को राजनीति गंदी है बता कर राजनीति से दुर रखा जाता है और उसी युवा को देश की सबसे बड़ी शक्ति बता कर उनको रोजगार के नाम पर पकौड़ा स्टाल लगाने का सलाह दिया जाता है।
देश की शिक्षा नीति को भिक्षा नीति में बदल कर देश के युवाओं को ऐसा बनाया जा रहा है की वो सरकार से सवाल ही न कर पाए और वो रोजगार की तलाश में फंसा रहें । देश के सभी संवेदनशील मुद्दो को पथभ्रष्ट कर उन्हे चुनावी मुद्दो में बदल दिया गया है अर्थात देश का तंत्र भ्रष्ट और असफल हो चुका है । और सबसे दुर्भाग्यपुर्ण बात है कि देश के युवाओं को ये सभी मुद्दे गैरजरूरी और बकवास लगने लगे है तथा गोदी मीडिया / सोशल मीडिया की कर्णप्रिय बातें अच्छी लगने लगी है ।
देश के ये मुद्दे युवाओं के लिए विचार करने योग्य है या नही अब ये तो वो ही समझे कि हमें विरासत में कैसा भारत मिलने वाला है।

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